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सहारनपुर, 16 मई 2022

आज दिनाक 16 मई 2022 को अमर उजाला सहारनपुर देहात के एडिशन में नीचे दिए गए दो अलग अलग समाचार पढ़ने को मिले। ये समाचार बहुत दिनो से मेरे दिमाग में चल रहे विचारों को ही पुष्ट करते हैं। आगे बढ़ने से पहले आग्रह है कि इन समाचारों पर गौर करें :

ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत लंबे समय से देखा जा रहा है कि बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति पर लोग बहुत आसानी से विश्वास कर लेते हैं। अगर कोई बाहरी व्यक्ति गांव में आकर अपनी कोई समस्या बताकर कुछ आर्थिक सहायता का आग्रह इनसे करे, तो ये लोग सहर्ष स्वीकार कर लेते हैं। किसी की सहायता करना गलत नही है, लेकिन ऊपर दी गई खबरों से स्पष्ट है कि समाज आज कल इतना भी अच्छा नही रह गया है। 

1. सबसे पहली बात इलाज के नाम पर झोला छाप डॉक्टर्स पर विश्वास करना या किसी तंत्र विद्या पर विश्वास करना। जिस डॉक्टर या झोला छाप पर आप आंख मूंद कर विश्वास कर रहे हैं वो बहुत ही गलत आदमी हो सकता है। बहुत सी बीमारियां सिर्फ अच्छा भोजन एवं अच्छी दिनचर्या से सुधारी जा सकती हैं। अच्छा भोजन महंगा भी नही है। समोसा ज्यादा महंगा पड़ता है, जबकि उतने ही रुपए में खरीदे गए चनों को भिगोकर आप ज्यादा लंबे समय तक खा सकते हैं।
पहले तो अपने भोजन में सुधार कर, उसमे बहुतायत में सब्जी इत्यादि को जोड़ कर, एवं प्रतिदिन प्राणायाम इत्यादि कर अपने आप को स्वस्थ रखना है, और अगर इसके बावजूद आपके शरीर में कोई कमी दिखाई पड़े तो इन झोला छाप तांत्रिक एवं डॉक्टरों से बचना है। ये आपको किसी बीमारी से स्वस्थ करने के बजाय किसी दूसरी मुसीबत में डाल देंगे। 

2. दूसरी समाचार के आधार पर ऐसा देखा जाता है की ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी फेरी वाले को या किसी सामाजिक कार्य का दिखावा करने वाले को, बिना किसी बैकग्राउंड चेक किए घर में बैठ कर चाय या पानी के लिए पूछा जाता है। ग्रामीण स्त्रियां सोचती हैं कि इन फेरी वालों को चाय पिला कर वो सबसे बड़ा पुण्य का काम कर रही है और शायद भगवान उनके इस पुण्य काम को देख रहा है। अगले ही दिन किसी पड़ोसी के साथ लड़ाई झगड़ा करके अपने पुण्य काम को समाप्त भी कर देती हैं। 
फेरी वाले लोग जो गांव में घूम रहे हैं वो बिजनेस कर रहे है। आप लोगों की चाय से उनको बहुत ज्यादा फर्क नही पड़ता है।
इससे भी महत्वपूर्ण ये है कि ये लोग किसी गैंग का हिस्सा भी ही सकते हैं। ये आपको घर में अकेले देख कर, आप पर हमला कर सकते हैं। 
ये लोग, जो इस तरह की लूट कर रहे हैं, वो बहुत जायदा चालाक तो नही है, वरन आपके भोलेपन एवं दूसरों पर विश्वास करने की प्रवृत्ति का गलत फायदा उठा रहे हैं। अपने अच्छेपन की वजह से ऐसे राह चलते लोगों को ज्यादा चालाक सिद्ध मत होने दीजिए। 

आशा है मेरी इन बातों से किसी एक परिवार में तो बदलाव आएगा। 

अपने सुझाव एवं कमेंट नीचे दिए गए बॉक्स में दर्ज करें। 

Comments

  1. बिल्कुल सत्य वचन। सावधान होने की आवश्यकता है।

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    Replies
    1. अधिकतर महिलाएँ इन दुघृटनाओ की चपेट में आती है, महिलाओं को इनसे सावधान रहना चाहिए! सभी को अपने जैसा ईमानदार मत समझिये!

      Delete
  2. Ya it's right .
    I also belongs to saharanpur.
    I my villege also this types hawkers is to much. They sells something and came into the house who's home they selling these products. And after few minutes they ask water and something els. When the person go take water .they strat doing there work and runaway. I'm not saying that all seller's are like that few are . So please if you are doing this type charity don't do that.avoid that.
    Thank you
    Dk
    #besafe
    #fakecharity

    ReplyDelete
  3. सत्य वचन है हम तुम्हारी बात से सहमत अब ऐसा नहीं होगा

    ReplyDelete

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Thank you Very much for your suggestions and feedback

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